हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हौज़ा ए इल्मिया के अंतर्राष्ट्रीय मामलों के प्रमुख हज्जतुल इस्लाम वाल मुस्लिमीन सैय्यद मुफीद हुसैनी कोहसारी ने हौज़ा न्यूज़ में "बह वक्त-ए-अर्बईन" नामक मुहिम के चयनित सदस्यों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में बातचीत करते हुए कहा कि अरबईन एक अनूठा धार्मिक और मानवीय चमत्कार है जिसमें लाखों जायरीन विभिन्न राष्ट्रीयताओं और धर्मों से संबंध रखते हैं। हालांकि, वैश्विक स्तर पर इस महान जमावड़े की असली तस्वीर पेश नहीं हो सकी है।
उन्होंने कहा कि हालांकि विभिन्न मीडिया कार्यक्रमों, अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों और न्यूज़ नेटवर्क को अर्बईन की कवरेज के लिए आमंत्रित किया गया, लेकिन कुल मिलाकर वह वैश्विक प्रभाव अभी पैदा नहीं हुआ जो इस घटना के लायक था। उनके अनुसार एक संगठित और मानसिक रूप से तैयार किया गया मीडिया बहिष्कार इसके रास्ते में बड़ी बाधा है, क्योंकि वैश्विक स्तर के कई मीडिया संस्थान जानबूझकर इस सच्चाई को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।
हज्जतुल इस्लाम वाल मुस्लिमीन सैय्यद मुफीद हुसैनी कोहसारी ने इस बात पर जोर दिया कि मौजूदा मॉडल अपनी प्रभावशीलता खो चुके हैं, इसलिए अर्बईन को पेश करने के लिए एक नई वैश्विक योजना बनाना अनिवार्य है।
उन्होंने गाज़ा मुद्दे को एक सफल अंतरराष्ट्रीय नमूना बताते हुए कहा कि जिस तरह गाजा वैश्विक विवेक को झकझोरने में सफल हुआ, उसी तरह अर्बईन को भी मानवता, आध्यात्मिकता और न्याय के प्रतीक के रूप में दुनिया के सामने पेश किया जा सकता है।
कार्यक्रम के समापन पर "बह वक्त-ए-अर्बईन" मुहिम के चयनित सदस्य सलमान मीरजाई, अबूतालिब कोसरी दाना, मोहम्मद रजा बहमनी और सज्जाद तनहा को प्रमाण पत्र और पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जबकि अर्बईन की 24 घंटे लाइव प्रसारण में भाग लेने वाली हौज़ा न्यूज़ की टीम को तरीफ की।
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